5 Essential Elements For shiv chalisa lyrics in gujarati pdf
5 Essential Elements For shiv chalisa lyrics in gujarati pdf
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काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज
स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वदा भर्गभावानुरक्तः ।
अर्थ- हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया।
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
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ॠनिया जो कोई हो here अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
अयोध्यादास आस कहैं तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शिवलिंग पर कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाया जाता है हालंकि नारियल पूजा में काम में लिया जाता है।